सुप्रीम कोर्ट – भारत का मुख्य न्यायिक मंच

जब आप सुप्रीम कोर्ट, भारत का सर्वोच्च न्यायालय, जो संविधानिक और कानूनी विवादों को अंतिम रूप देता है. इसे SC के नाम से भी जाना जाता है तो समझिए कि इसकी हर सुनवाई का असर देश के कई क्षेत्रों में दिखता है। भारतीय संविधान, सम्पूर्ण राष्ट्र के नियम‑कानूनों की बुनियाद के ऊपर सुप्रीम कोर्ट की न्यायिक समीक्षा (judicial review) नीतियों को दिशा देती है। इसी कारण, चुनाव परिणाम, बैंक नियमन, कर‑ऑडिट या जल‑मिशन जैसी खबरें अक्सर कोर्ट के आदेशों से जुड़ी होती हैं। उदाहरण के तौर पर, हालिया चुनाव‑संबंधी विवाद में कोर्ट ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) की पारदर्शिता पर स्पष्ट दिशा‑निर्देश जारी किए, जिससे चुनाव आयोग को नई प्रक्रिया अपनानी पड़ी। इसी तरह, वित्तीय मामलों में कोर्ट ने टैक्स ऑडिट की समय‑सीमा पर राहत दी, जिससे कई कंपनियों को अतिरिक्त समय मिला। इन सबका एक सामान्य पैटर्न यह है कि कानूनी कार्यवाही, जांच‑परख और निर्णय प्रक्रिया के परिणाम सीधे सामाजिक‑आर्थिक माहौल को बदलते हैं।

मुख्य निर्णय और उनका प्रभाव

सुप्रीम कोर्ट के निर्णय अक्सर दो मुख्य चरणों में असर डालते हैं: पहला, तत्काल प्रभाव जो मामलों में राहत या प्रतिबंध लाता है; दूसरा, दीर्घ‑कालिक प्रभाव जो नीति‑निर्माण और सामाजिक सोच को बदलता है। उदाहरण के तौर पर, हालिया न्यायिक आदेश ने कई राज्य‑स्तर के टैक्स अधिनियमों को संशोधित करने की मांग की, जिससे राज्य राजस्व में बदलाव आया। इसी तरह, पर्यावरण संरक्षण से जुड़े केस में कोर्ट ने बड़े इमारती परियोजनाओं पर रोक लगाई, जिससे विकास‑पर्यावरण संतुलन पर नई बहस छिड़ गई। खेल‑सम्बन्धी विवादों में भी कोर्ट ने खिलाड़ियों के अधिकारों और संघीय नियमों का पुनर्समीकरण किया। इस प्रकार, चाहे वह क्रिकेट का चयन प्रक्रिया हो, चाहे जल‑मिशन का बजट, या डिजिटल इंडिया के नियम, सुप्रीम कोर्ट का हर फैसला एक व्यापक सामाजिक संवाद शुरू कर देता है।

इन सबको देखते हुए, नीचे आपको विभिन्न क्षेत्रों में सुप्रीम कोर्ट के निर्णयों से जुड़ी विस्तृत खबरें मिलेंगी—भरण‑पोषण से लेकर वित्तीय बाजार तक, खेल‑संबन्धी विवादों से लेकर राजनैतिक चुनौतियों तक। यदि आप जानना चाहते हैं कि कैसे एक कोर्ट का आदेश शेयर‑बाजार को हिलाता है या किस तरह न्यायिक समीक्षा कर‑पुंजी पर असर डालती है, तो हमारी पोस्ट सूची में वही उत्तर मिलेंगे। आगे पढ़ते रहें, यहाँ आपको हर केस का संक्षिप्त सार, प्रमुख बिंदु और भविष्य की संभावनाएँ मिलेंगी, जिससे आप बेहतर समझ सकेंगे कि सुप्रीम कोर्ट का हर निर्णय आपकी रोज़मर्रा की ज़िन्दगी को कैसे छूता है।

सुप्रीम कोर्ट में NEET PG 2024 स्थगन की याचिका पर सुनवाई: छात्र हितों पर सवाल

सुप्रीम कोर्ट में NEET PG 2024 स्थगन की याचिका पर सुनवाई: छात्र हितों पर सवाल

भारत के सुप्रीम कोर्ट में 8 अगस्त 2024 को NEET PG 2024 की परीक्षा स्थगन पर सुनवाई होगी। याचिका में परीक्षा की तारीखों को लेकर चिंताएँ व्यक्त की गई हैं, जो 6 अक्टूबर 2024 को होने वाली है। याचिका कर्ताओं का कहना है कि वर्तमान समय-निर्धारण अन्य महत्वपूर्ण परीक्षाओं के साथ मेल खाता है, जिससे छात्रों के लिए कठिनाईयाँ उत्पन्न होती ह�..

आगे पढ़ें
आज जारी होगा NEET सिटी सेंटर वाइज रिजल्ट, 22 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई

आज जारी होगा NEET सिटी सेंटर वाइज रिजल्ट, 22 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई

NEET सिटी सेंटर वाइज रिजल्ट आज जारी होगा। सुप्रीम कोर्ट 22 जुलाई को NEET से जुड़ी एक मामले की सुनवाई करेगा। यह घटनाक्रम सीबीआई द्वारा तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार करने के बाद आया है। इनकी गिरफ्तारी NEET में हेरफेर की जांच के तहत हुई।

आगे पढ़ें
दक्षिण कोरिया के सुप्रीम कोर्ट ने समान-लिंगी जोड़े के पक्ष में दिया ऐतिहासिक फैसला राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा में

दक्षिण कोरिया के सुप्रीम कोर्ट ने समान-लिंगी जोड़े के पक्ष में दिया ऐतिहासिक फैसला राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा में

दक्षिण कोरिया के सुप्रीम कोर्ट ने 19 जुलाई, 2024 को एक ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए समान-लिंगी जोड़े के पक्ष में निर्णय दिया। अदालत ने एक समान-लिंगी जोड़े के साथी को राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा प्रणाली में आश्रित के रूप में मान्यता दी। यह निर्णय संविधान के समानता के सिद्धांत का उल्लंघन बताते हुए लिया गया, जो एलजीबीटीक्यूआई+ नागरिकों के लिए एक महत्वपूर्ण कानूनी सुरक्षा प्रदान करता है।

आगे पढ़ें