अर्थव्यवस्था – भारत की आर्थिक धारा को समझें

जब बात अर्थव्यवस्था की आती है, तो हम देश के उत्पादन, वितरण और उपभोग के पूरे ढाँचे की बात कर रहे होते हैं। यह वित्तीय प्रवाह, नीति एवं जनता की ख़रीदी शक्ति को जोड़ता है. अक्सर इसे इकॉनोमी कहा जाता है, और यही वह क्षेत्र है जहाँ हर नया नियम या सुधार सीधे हमारी जेब को छूता है।

मुख्य घटक और उनका आपस में सम्बन्ध

सबसे पहले आयकर को देखें। आयकर व्यक्तिगत और कॉर्पोरेट आय पर लगने वाला मुख्य कर है. नई आयकर विधेयक 2025 के साथ कर छूट सीमा बढ़ा कर ₹12 लाख कर दी गई, जिससे मध्य वर्ग की ख़र्च क्षमता में सीधा असर होगा। दूसरा प्रमुख घटक बजट है। हर वित्त वर्ष के शुरू में सरकार द्वारा पेश किया गया वित्तीय योजना जो कर, खर्च और विकास प्रोजेक्ट्स को तय करता है। बजट और आयकर के बीच सीधा संबंध है – बजट नीति आयकर में बदलाव का आधार बनती है। तीसरा, डिजिटल संपत्तियांक्रिप्टोकरेंसी, NFT और अन्य ब्लॉकचेन‑आधारित मूल्य साधन अब कर सुधार में शामिल हो रही हैं, जिससे कर प्रशासन को नई तकनीक अपनानी पड़ेगी। इन तीनों के बीच तर्कसंगत त्रिक बनता है: अर्थव्यवस्था को स्थिर रखने के लिए आयकर सुधार, बजट योजना, और डिजिटल संपत्तियों का समुचित नियमन जरूरी है।

इन प्रमुख तत्वों को समझना आसान नहीं लगता, पर जब आप जान लेंगे कि आर्थिक सर्वेक्षण कैसे अगला बजट तैयार करता है, तो आप भविष्य की नीति‑धारा को भी पढ़ सकते हैं। आर्थिक सर्वेक्षण से मिलने वाले डेटा, जैसे GDP की गति, महंगाई की दर और रोजगार के आँकड़े, बजट की दिशा तय करते हैं, जबकि बजट ही आयकर एवं डिजिटल संपत्तियों को नियमों के रूप में स्थापित करता है। इस प्रकार, अर्थव्यवस्था एक रहस्य नहीं, बल्कि कई जुड़े‑जुड़े घटकों की कहानी है। नीचे आप देखेंगे कि हमारे नवीनतम लेखों में इन पहलुओं को कैसे पेश किया गया है और कौन‑सी नई जानकारी आपके वित्तीय निर्णयों को बेहतर बना सकती है।

भारत में नया आयकर विधेयक 2025: पुरानी व्यवस्था में बड़े बदलाव

भारत में नया आयकर विधेयक 2025: पुरानी व्यवस्था में बड़े बदलाव

भारत सरकार 2025 में नया आयकर विधेयक पेश करने की तैयारी में है, जो 1961 के कानून का स्थान लेगा। यह विधेयक कर वर्ष की अवधारणा को सरल बनाता है और कर छूट सीमा बढ़ाकर ₹12 लाख करता है। CBDT को अधिक स्वायत्तता प्रदान करती है और डिजिटल संपत्तियों के कर उपचार को आधुनिक आर्थिक प्रक्रियाओं के साथ समायोजित करती है।

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वित्त वर्ष 2024-25 के बजट से पहले निर्मला सीतारमण आज पेश करेंगी आर्थिक सर्वेक्षण

वित्त वर्ष 2024-25 के बजट से पहले निर्मला सीतारमण आज पेश करेंगी आर्थिक सर्वेक्षण

सोमवार को दोपहर 1 बजे केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आर्थिक सर्वेक्षण 2023-24 पेश करेंगी, जो अगले वित्त वर्ष के बजट से पहले का एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है। मुख्य आर्थिक सलाहकार डॉ वी अनंत नागेश्वरन दोपहर 2:30 बजे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे।

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