सान सिरो स्टेडियम, मीलान में आयोजित होने वाले इस मैच में फ्रांस ने अपनी कौशलता और दृढ़ता का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। जबर्दस्त फॉर्म में दिखाई देने वाले फ्रांसीसी खिलाड़ी आद्रियन रबियो ने अपनी टीम को एक निर्णायक बढ़त दिलाने के लिए गोल दागे। वे लुकास डिज्ने के साथ तालमेल बिठाकर अंदाजी से गोल करने में सफल रहे। मुकाबले की शुरुआत से ही ऐसा प्रतीत हो रहा था कि फ्रांस जीत की ओर बढ़ रहा है। रबियो ने केवल तीन मिनट में ही पहला गोल मारकर इटली को चौंका दिया।
इस जीत ने फ्रांस को समूह में 13 अंकों के साथ शीर्ष स्थान पर पहुंचा दिया। जहां इटली को ये हार झेलनी पड़ी, वहीं फ्रांस ने अग्रणी बनने के अपने लक्ष्य को हासिल कर लिया। खेल के 33वें मिनट में, लुकास डिज्ने ने 25 यार्ड फ्री-किक को इटली के गोलकीपर गुइलियेलमो विकारियो की दिशा में मोड़ा, जिससे फ्रांस को दूसरा गोल मिला।
हालांकि इटली ने भी जवाब दिया—केवल दो मिनट बाद ही, आंद्रे केम्बियासो ने फेडेरिको डिमारको के पास से वॉली मारकर इटली का खाता खोला। इसके बावजूद, इटली ने फ्रांस की पुनः बढ़त को नहीं रोक सकी जब खेल के 60वें मिनट के दूसरे हाफ में रबियो ने लुकास डिज्ने के एक अन्य सेट-पीस की मदद से हेडर मारकर एक और गोल किया।
इस महत्वपूर्ण मैच में फ्रांस ने कई प्रमुख खिलाड़ियों की अनुपस्थिति के बावजूद उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। कप्तान किलियन एमबापे, ओस्माने डेम्बेले, एयूरीलियन त्चौमनी और वेस्ली फोफाना जैसे खिलाड़ी चोटों के कारण टीम में शामिल नहीं हो सके थे। फिर भी, उनके स्थान पर खड़े खिलाड़ियों ने प्रदर्शन करके दिखाया कि फ्रांस ने अपनी ताकत एकत्र कर रखी है। इस जीत से टीम का मनोबल और आत्मविश्वास दोनों ही बढ़ा है।
हालांकि, यह हार इटली के लिए कठिन रही। पिछले मैच में बेल्जियम को 1-0 से हराकर इटली ने समूह में 13 अंकों के साथ शीर्ष स्थान हासिल कर रखा था। इसके बावजूद, वे फ्रांस के खिलाफ अपनी बढ़त को बचा नहीं पाए और हार का सामना करना पड़ा। इस हार से इटली को समूह में नीचे स्थान पर जाना पड़ा, जो टीम की आगे की रणनीति पर असर डाल सकता है।
फ्रांस का रणनीतिक दृष्टिकोण पूरे मैच में स्पष्ट देखा गया। उनकी रणनीति ने एक शक्तिशाली टीम के खिलाफ शानदार काम किया। लुकास डिज्ने का खेल में विशेष योगदान रहा, क्योंकि उनके सेट-पीसेस ने दो गोल बनाने में मदद की। फ्रांसीसी टीम ने अपनी योजना को मैदान पर सफल आकार दिया और इटली के एकाधिक खतरों का सामना किया। इस जीत से फ्रांस ने यूईएफए नेशंस लीग के क्वॉर्टर-फाइनल में अपनी जगह मजबूत कर ली है। और उन्होंने यह भी दिखाया है कि जब टीम में उनकी प्रमुख खिलाड़ी उपस्थित नहीं हों तब भी टीम को हरा पाना विरोधियों के लिए आसान नहीं है।
नेटिजन्स और दर्शकों ने फ्रांस के इस प्रदर्शन की सराहना की और इसे एक शानदार मुकाबला बताया। फ्रांस के प्रशंसक इस जीत के बाद काफी खुश दिखाई दिए और आने वाले मैचों के लिए ललक से प्रतीक्षा कर रहे हैं। वहीं, इटली के पास इस हार से सबक सीखकर अपनी रणनीति में सुधार करने का अवसर है।
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