वित्त वर्ष 2024-25 के मुख्य पहलू
जब हम वित्त वर्ष 2024-25 को समझते हैं, तो यह भारत का वह वित्तीय अवधि है जिसमें सरकार का बजट, राजकोषीय योजना जिसमें खर्च और आय दोनों का विवरण होता है और कई वित्तीय नीतियां लागू की जाती हैं। इस साल के बजट में कई महत्वपूर्ण क्षेत्र, जैसे डिजिटल इंडिया, टैक्स रिवाइजन और बुनियादी ढांचा, को प्राथमिकता मिली। इसका दूसरा नाम FY 2024‑25 भी है, और यह वर्ष मौजूदा आर्थिक परिस्थितियों को बदलने की कोशिश में कई नई पहल लेकर आया है।
पहले पैराग्राफ में हमने बजट को मुख्य घटक बताया, अब देखते हैं कि टैक्स ऑडिट और बैंकिंग सेक्टर का इस वित्तीय वर्ष में क्या रोल है। टैक्स ऑडिट, वैधानिक प्रक्रिया जिसके तहत कंपनियों के कर रिटर्न की जांच की जाती है को राजस्थान हाई कोर्ट ने 31 अक्टूबर 2025 तक बढ़ा दिया, जिससे कई कंपनियों को दंड से बचने का मौका मिला। साथ ही बैंकिंग सेक्टर, वित्तीय संस्थाएं जो जमा, ऋण और निवेश सेवाएं देती हैं में भी कई बदलाव देखे गए। भारतीय बैंक की बोर्ड मीटिंग में एसबीआई म्यूचुअल फंड की भागीदारी ने शेयरों में नई उछाल लाई और कई स्टॉक्स ने 52‑हफ़्ते की नई उच्चता छू ली। ये घटनाएं यह दर्शाती हैं कि वित्त वर्ष 2024-25 में टैक्स ऑडिट का विस्तार और बैंकिंग सेक्टर की सक्रियता दोनों एक-दूसरे को प्रभावित करती हैं। इस तरह के संबंध को हम "वित्त वर्ष 2024-25 में टैक्स ऑडिट का विस्तार हुआ" और "वित्त वर्ष 2024-25 में शेयर बाजार में नई उछाल देखी गई" जैसी सिमेंटिक ट्रिपल से समझ सकते हैं।
शेयर बाजार भी इस साल का एक हॉट टॉपिक रहा है। शेयर बाजार, इक्विटी और डेरिवेटिव्स का ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म ने कई नई IPOs देखी, जैसे कि LG इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया का ₹11,607 करोड़ का IPO जो पहले दिन सब्सक्राइब हुआ। साथ ही ट्रम्प की टैरिफ घोषणा ने फार्मा और आईटी शेयरों में तेज़ गिरावट मारी, जिससे Sensex 733 पॉइंट गिरा। इन बदलाओं से पता चलता है कि वित्त वर्ष 2024-25 में ग्लोबल पॉलिसी इवेंट्स भी घरेलू शेयर बाजार को सीधे प्रभावित करती हैं।
आपको आगे क्या मिलेगा?
नीचे आप विविध लेखों के संग्रह में पाएँगे: बजट की मुख्य घोषणाएं, टैक्स ऑडिट के कानूनी अपडेट, बैंकिंग सेक्टर के नए फंड पहल, शेयर बाजार के प्रमुख IPO और टैरिफ प्रभाव, साथ ही डिजिटल इंडिया और अन्य सरकारी योजनाओं के अपडेट। इस जानकारी से आप वित्त वर्ष 2024-25 के आर्थिक परिदृश्य को बेहतर समझ पाएँगे और अपने निवेश या कर योजना को सही दिशा दे पाएँगे। अब नीचे की सूची में इन विषयों की विस्तृत कवरेज देखिए।