राष्ट्रीय शिक्षा दिवस: क्यों और कैसे मनाएँ?

जब हम राष्ट्रीय शिक्षा दिवस, हर साल 11 नवंबर को मनाया जाने वाला दिन है जो भारत में शिक्षा के महत्व को उजागर करता है. इस दिन को डॉ. राधाकृष्णन दिवस भी कहा जाता है, इसलिए इसे अक्सर डॉ. सर्वपल्ली राधाकरिष्णन, भारत के दूसरे राष्ट्रपति और शिक्षा के दूरदर्शी के सम्मान में रखा गया है। शिक्षा मंत्रालय, सरकारी निकाय जो राष्ट्रीय शैक्षणिक नीति बनाता है इस अवसर पर स्कूल, कॉलेज और सार्वजनिक संस्थानों में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करता है। राष्ट्रीय शिक्षा दिवस शिक्षा सुधार को प्रेरित करता है, शैक्षिक नेतृत्व को मान्यता देता है और नए शैक्षणिक पहलों की घोषणा का मंच बनता है। यह दिन छात्रों को पढ़ाई के महत्व के बारे में जागरूक करने और शिक्षकों को उनके योगदान के लिए धन्यवाद कहने का अवसर भी देता है।

कौन‑सी पहलें इस दिन को खास बनाती हैं?

राधा​कृष्णन की शिक्षा दर्शन में शिक्षा नीति 2020, वह ढांचा जो समावेशी, गुणवत्तापूर्ण और साक्षरता‑उन्मुख शिक्षा पर केंद्रित है का प्रभाव स्पष्ट रूप से दिखता है। नीति विद्यालय स्तर पर समन्वयित पाठ्यक्रम, शिक्षक प्रशिक्षण और डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देती है। स्कूल परिसर में अक्सर विद्यालय, शिक्षा ग्रहण करने वाला मूलभूत संस्थान द्वारा विशेष सभा, सांस्कृतिक कार्यक्रम और क्विज़ आयोजित होते हैं, जहाँ छात्र राधाकृष्णन के विचारों पर चर्चा करते हैं। साथ ही, शिक्षा मंत्रालय के द्वारा जारी शिक्षा सुधार योजना, वित्तीय और बुनियादी सुविधाओं के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने हेतु रणनीति के तहत स्कॉलरशिप, पुस्तक वितरण और बुनियादी ढांचा सुधार का काम तेज़ी से चलता है। इन सभी तत्वों ने राष्ट्रीय शिक्षा दिवस को केवल एक औपचारिक समारोह से अधिक, एक सक्रिय सीखने‑सिखाने के माहौल में बदला है।

इस पृष्ठ पर आप देखेंगे कि विभिन्न समाचार, विश्लेषण और अपडेट्स कैसे राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के आस-पास की पहचानों को उजागर करते हैं—चाहे वह नई शिक्षा नीति की घोषणा हो, स्कूलों में आयोजित कार्यक्रम हों, या सरकारी अधिकारी और विशेषज्ञों की टिप्पणियाँ। नीचे दी गई सूची में उन सभी लेखों को पाएँ जो इस दिन के विशेष महत्व को विभिन्न दृष्टिकोणों से पेश करते हैं, जिससे आप अपनी समझ को गहरा कर सकें और अपने आसपास के शैक्षणिक माहौल को प्रेरित कर सकें।

मौलाना अबुल कलाम आजाद के सम्मान में राष्ट्रीय शिक्षा दिवस का महत्व और इतिहास

मौलाना अबुल कलाम आजाद के सम्मान में राष्ट्रीय शिक्षा दिवस का महत्व और इतिहास

भारत के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती पर 11 नवंबर को राष्ट्रीय शिक्षा दिवस मनाया जाता है। यह दिन शिक्षा के अधिकार और समाजिक प्रगति में इसकी भूमिका की याद दिलाता है। मौलाना आजाद ने शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया और कई शैक्षिक संस्थानों की स्थापना में मदद की।

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