महिला शतरंज: भारत और दुनिया में नई लहर

जब हम महिला शतरंज, एक ऐसा खेल जो रणनीति, धैर्य और तेज़ दिमाग की मांग करता है. वुमेन चेस की लोकप्रियता अब सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी बढ़ रही है। FIDE, विश्व शतरंज संघ जो रेटिंग, नियम और टूर्नामेंट कैलेंडर तय करता है ने महिलाओं की रेटिंग में पारदर्शिता लाकर खेल को प्रोफेशनल बनाया है। इसी तरह इंटरनेशनल महिला शतरंज चैम्पियनशिप, दुनिया की सबसे बड़ी महिला‑शतरंज प्रतियोगिता जहाँ राष्ट्रीय हीरो और उभरते सितारे मुकाबला करते हैं ने कई युवा खिलाड़ियों को प्रेरित किया है। ऑनलाइन माहौल को देखते हुए ऑनलाइन शतरंज प्लेटफ़ॉर्म, Chess.com, Lichess जैसी साइटें जो 24/7 अभ्यास और मैचेज़ की सुविधा देती हैं ने महिलाओं को घर बैठे ही टैक्टिकल स्किल्स निखारने का मौका दिया है। अंत में, चेस ग्रैंडमास्टर, सबसे ऊँची खिताब जो केवल अत्यधिक टॉप रेटिंग वाले खिलाड़ियों को मिलता है की उपलब्धियां अक्सर महिला खिलाड़ियों के लिए मार्गदर्शक बनती हैं, जिससे वह अपने लक्ष्य को तेज़ी से हासिल कर सके। यह इकाई‑आधारित ढांचा (महिला शतरंज – FIDE, चैम्पियनशिप, ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म, ग्रैंडमास्टर) आपको इस खेल की पूरी तस्वीर देता है और आगे पढ़ने लायक लेखों की नींव रखता है।

भारत ने रचा ऐतिहासिक डबल ओलंपियाड गोल्ड का कीर्तिमान

भारत ने रचा ऐतिहासिक डबल ओलंपियाड गोल्ड का कीर्तिमान

भारत ने 45वें FIDE शतरंज ओलंपियाड में पुरुष और महिला दोनों वर्गों में स्वर्ण पदक जीता। भारतीय पुरुष टीम ने स्लोवेनिया को हराकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की जबकि महिला टीम ने भी पहले स्वर्ण पदक पर कब्जा किया।

आगे पढ़ें