पेरिस 2024 ओलंपिक: महिला 25 मीटर पिस्टल क्वालीफिकेशन में मनु भाकर ने किया दूसरा स्थान हासिल

भारतीय शूटर मनु भाकर ने पेरिस 2024 ओलंपिक में महिला 25 मीटर पिस्टल क्वालीफिकेशन में दूसरा स्थान प्राप्त करके एक बार फिर से अपने नाम को चमकाया है। वह पहले से ही पेरिस ओलंपिक में भारतीय शूटरों के लिए एक आदर्श बन चुकी हैं, क्योंकि उन्होंने ओलंपिक में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला शूटर बनकर इतिहास रचा है। पेरिस 2024 में वह दूसरी बार ओलंपिक में प्रतिस्पर्धा करने जा रही हैं और इस बार वह महिला 10 मीटर एयर पिस्टल, 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम, और महिला 25 मीटर पिस्टल इवेंट्स में भाग लेंगी।

मनु भाकर की पहचान केवल उनके उत्कृष्ट शूटर कौशल तक ही सीमित नहीं है, बल्कि वे भारतीय शूटिंग टीम की 21 सदस्यीय टीम में एकमात्र एथलीट हैं जो व्यक्तिगत इवेंट्स में भी हिस्सा ले रही हैं। उन्होंने 2023 एशियाई शूटिंग चैंपियनशिप में महिला 25 मीटर पिस्टल इवेंट में पांचवां स्थान प्राप्त करके भारत के लिए पेरिस 2024 का ओलंपिक कोटा भी हासिल किया।

युवावस्था में ही मनु भाकर ने बहुत सारी उपलब्धियां हासिल की हैं। वे सबसे कम उम्र की भारतीय हैं जिन्होंने आईएसएसएफ वर्ल्ड कप में स्वर्ण पदक जीता है। इसके अलावा, उन्होंने 2018 के गोल्ड कोस्ट में आयोजित कॉमनवेल्थ गेम्स में महिला 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में स्वर्ण पदक भी अपने नाम किया है। पिछले साल एशियाई खेलों में, मनु भाकर ने महिला 25 मीटर टीम पिस्टल खिताब भी जीता था।

पेरिस 2024 ओलंपिक में शूटिंग इवेंट्स 26 जुलाई से 5 अगस्त के बीच आयोजित हो रहे हैं और इन्हें फ्रांस के शातौरो स्थिति नैशनल शूटिंग सेंटर में होस्ट किया जा रहा है।

प्रतियोगिता का उद्भव और महत्व

पेरिस 2024 ओलंपिक में भाग लेना किसी भी एथलीट के लिए गर्व की बात है, और मनु भाकर का इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाना भारतीय खेल समुदाय के लिए प्रेरणा का स्रोत है। ओलंपिक खेलों में भारत का प्रदर्शन हमेशा से मिश्रित प्रतिक्रिया का विषय रहा है, लेकिन मनु जैसे युवा शूटरों का होना इस उम्मीद को बढ़ाता है कि भविष्य में भारतीय एथलीट और भी उच्च स्तरीय उपलब्धियां हासिल करेंगे।

भविष्य की तैयारी

मनु भाकर की तैयारियों की बात करें तो उनके कोच और समर्थन टीम उनके हर कदम पर उनके साथ खड़े हैं। उन्होंने पेरिस 2024 के लिए विशेष प्रशिक्षण सत्रों में भाग लिया है और उनकी फिटनेस, ध्यान और मेंटल स्ट्रेंथ पर विशेष ध्यान दिया गया है। शूटिंग स्पोर्ट्स में मेंटल स्ट्रेंथ का महत्व अधिक होता है, और मनु ने यह साबित किया है कि वे मानसिक रूप से बेहद मजबूत हैं। अपनी क्षमता और कड़ी मेहनत के बल पर उन्होंने कई बाधाओं को पार किया है और आज वे इस मुकाम पर हैं।

प्रदर्शन की अपेक्षा

मनु भाकर से भारतीय खेल प्रेमियों को बहुत उम्मीदें हैं। ओलंपिक जैसे प्रतिष्ठित मंच पर उन्होंने जिस तरह से अपने कौशल का प्रदर्शन किया है, उससे उनका आत्मविश्वास और बढ़ा है। उनके प्रदर्शन से भारतीय शूटिंग टीम को नई उर्जा मिली है और अन्य भारतीय शूटरों के लिए उन्होंने प्रेरणा का कार्य किया है।

शूटिंग जैसा खेल

भारत में शूटिंग की लोकप्रियता बढ़ रही है। इस गेम में अच्छे प्रदर्शन के लिए कड़ी मेहनत, ध्यान और समर्पण की आवश्यकता होती है। मनु ने अपनी सफलता से यह साबित कर दिया है कि किस प्रकार से अपने लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। शूटिंग जैसे खेल में भारत को नई पहचान दिलाना उनकी एक बड़ी उपलब्धि है।

मनु भाकर का यह सफर काबिले तारीफ है और यह साबित करता है कि सीमित संसाधनों के बावजूद अगर आपके पास दृढ़ संकल्प और आत्मविश्वास है तो आप किसी भी चुनौती का सामना कर सकते हैं। पेरिस 2024 ओलंपिक में उनकी उपलब्धियों को देखते हुए निश्चित है कि वे आने वाले समय में और भी ऊँचाइयों पर पहुँचेंगी और भारतीय खेल जगत को गर्व महसूस कराएंगी। आशा है कि उनकी इस यात्रा से न केवल शूटिंग के क्षेत्र में बल्कि अन्य खेलों में भी युवा प्रेरणा लें और देश का नाम रोशन करें।

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