जब 13 मार्च की शाम को ब्राबोरन स्टेडियम में दिखी भीड़, तो हर शॉट पर धड़कन तेज़ हो गई थी। गुजरात जायंट्स के सिर पर भारी दबाव था, जबकि मुंबई इंडियंस ने पावरप्ले में ही बॉल को बेजोड़ गति से चलाया। WPL 2025 की इस एंट्री में मुंबई ने 213 रन बनाकर इतिहास लिखा, और इस पारी के मुख्य कारण थे दो फेंकी‑लंदन और वेल्स की खिलाड़ी – हेली मैट्थ्यूज़ और नॅट स्किवर‑ब्रंट। दोनों ने 77‑77 के बराबर इनिंग्स खेली, जिससे टीम को शुरुआती चरण में भरोसा मिला।
कैप्टन हार्मनप्रीत कौर ने 12 गेंदों में 36 रन की बर्स्ट मारकर पारी को शानदार समाप्ति दी। उनका अड्रेनालिन‑पम्पिंग फिनिश दूसरों को दिखा गया कि अंत तक पिच पर कोई भी मर्जी का खेल नहीं हो सकता। इस शानदार पारी के बाद गुजरात के लिए सब कुछ धुंधला सा लग रहा था।
गुजरात जायंट्स की कोशिशें भी कम नहीं थीं। बेथ मूनियों, ऐशली गार्डनर और फोबे लिचफ़िल्ड जैसे अनुभवी खिलाड़ी मैदान में उतरे, लेकिन पावरप्ले में ही तीन विकेट गिर गए। पहला ओवर ही लापता शॉर्ट्स और बेड बॉल्स की गिनती ने उन्हें 30/3 की स्थिति में धकेल दिया। इसके बाद उन्होंने दो तेज़ी से किनारे पर रनों की भरपूर कोशिश की, पर लगातार आउट होना उन्हें 166/7 पर रोक कर रख दिया।
एलिमिनेटर जीतने के बाद मुंबई इंडियंस ने अपने वार्म‑अप रूटीन को और तेज किया। 15 मार्च को ब्राबोरन स्टेडियम में फाइनल के लिए दोनों टीमों ने पाँच‑पांच जीत के साथ टेबल टॉप पर कब्ज़ा किया था, पर दिल्ली कैपिटल्स का नेट रन रेट बेहतर था, इसलिए उन्हें सीधे फाइनल में जगह मिली थी। मुंबई को एलिमिनेटर जीतकर थोड़ा थकावट तो सहना पड़ा, पर कौर की अगली पारी में दिखी बहादुरी ने सबको आश्वस्त कर दिया।
फाइनल में दोनों टीमों ने बहुत ही कम स्कोर पर खेला। दिल्ली कैपिटल्स ने 141/9 बनाकर लक्ष्य तय किया, जबकि मुंबई इंडियंस ने 149/4 से 8 रनों से जीत हासिल की। कौर ने फिर से अपना ऑल‑राउंड प्रदर्शन दिखाते हुए 31* (10 बॉल) और 2 विकेट लिए, जिससे उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच का सम्मान मिला।
इस जीत ने मुंबई इंडियंस को अपना दूसरा WPL फाइनल जीतने का ताज पहनाया, और दर्शकों ने इस सीज़न को भारतीय महिलाओं के क्रिकेट की तेज़ी से बढ़ती ताकत का प्रमाण माना। गुजरात जायंट्स के कोच ने कहा कि टीम ने इस सीज़न में कई नई रणनीतियाँ अपनाई और बड़े मैचों का अनुभव हासिल किया, जिससे अगली सीज़न में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है।
WPL 2025 ने दर्शकों को रोमांचक मुकाबले, हाई‑स्कोरिंग फ़ायर, और कई दिग्गज खिलाड़ियों के शानदार आँकड़े दिखाए। इस टूर्नामेंट ने भारत में महिलाओं के क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया, और अब सबकी नजरें अगले सीज़न पर टिकी हुई हैं।
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