शिवम दुबे वापस मुंबई लौट गए। एशिया कप 2025 का विजेता ऑलराउंडर, जिसने पाकिस्तान के खिलाफ तीनों मैचों में अहम भूमिका निभाई, अब रणजी ट्रॉफी 2025-26 के ओपनिंग मैच से बाहर है। कारण? श्रीनगर की बर्फीली हवाएँ। ठंड ने उनकी पुरानी कमर की समस्या को फिर से जगा दिया — और अचानक, एक ऐसे खिलाड़ी को जिसका बल्ला और गेंद दोनों टीम के लिए जानलेवा होते हैं, उसे ट्रॉफी के शुरुआती दौर से छोड़ना पड़ा।
श्रीनगर की ठंड ने बदल दी योजना
14 अक्टूबर को, मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन की टीम श्रीनगर पहुँची। जम्मू और कश्मीर के खिलाफ रणजी ट्रॉफी का पहला मैच 15 अक्टूबर को खेला जाना था। लेकिन शिवम दुबे को शाम को ही अपनी कमर में तेज दर्द महसूस हुआ। वो बस इतना जानते थे — ये दर्द पुराना है। इस बार, बस एक अलग तरह से आया। श्रीनगर का तापमान अचानक 12 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया, और दुबे की मांसपेशियों ने जवाब दे दिया।
मुंबई की मेडिकल टीम ने उन्हें एक्स-रे और एमआरआई के बाद तुरंत आराम की सलाह दी। वो अपने आप को नहीं बचा सकते थे। टीम मैनेजमेंट ने 14 अक्टूबर को आधिकारिक तौर पर घोषणा की: दुबे जम्मू और कश्मीर के खिलाफ मैच में नहीं खेल पाएंगे। वो वापस मुंबई लौट गए। और अब, उनकी टीम को बिना उनके आगे बढ़ना होगा।
एशिया कप का नायक, रणजी का अनहोनी
शिवम दुबे ने एशिया कप 2025 में अपना नाम चमकाया। भारत ने पाकिस्तान को ग्रुप में सात विकेट, सुपर फोर में छह विकेट, और फाइनल में पांच विकेट से हराया। उस अभियान में दुबे ने दो मैचों में 67 रन बनाए — उनमें से एक तेज अर्धशतक था, जिसने भारत की टीम को टाइम बचाया। गेंदबाजी में भी उन्होंने 4 विकेट लिए, जिसमें एक फाइनल में अहम विकेट था।
लेकिन रणजी ट्रॉफी के लिए तैयारी अलग थी। लाल गेंद, लंबे ओवर, जम्मू-कश्मीर की ठंड — ये सब उनके लिए एक नया चुनौती बन गए। उन्होंने 2024-25 सीजन में 10 मैच खेले, 567 रन बनाए और 28 विकेट लिए। एक ऑलराउंडर जो बल्लेबाजी और ऑफ-स्पिन दोनों में टीम को जीत की ओर ले जाता है। अब, उसकी अनुपस्थिति में मुंबई के लिए एक बड़ा सवाल खड़ा हो गया है।
कप्तानी शार्दुल ठाकुर के हाथों में
अजिंक्य रहाणे के बाद, मुंबई की टीम की कप्तानी शार्दुल ठाकुर ने संभाल ली। अब, शिवम दुबे की अनुपस्थिति के बाद भी वो ही टीम के सिर पर हैं। ठाकुर ने पिछले सीजन में 427 रन और 19 विकेट लिए — एक ऐसा खिलाड़ी जो बल्ला और गेंद दोनों से निपटता है। लेकिन उनके लिए भी दबाव बढ़ गया है।
मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय पाटिल ने कहा, "शिवम के बिना टीम कमजोर लगेगी, लेकिन हम उनकी सेहत को प्राथमिकता देते हैं।" और इसलिए, उन्होंने अंकुश राठौड़ को टीम में शामिल करने की योजना बनाई है। राठौड़, 28 साल के इस बल्लेबाज ने घरेलू क्रिकेट में 3 शतक और 8 अर्धशतक लगाए हैं — लेकिन अभी तक राष्ट्रीय स्तर पर नहीं खेले। वो एक अनजान नाम है, जिसे अचानक बड़े मैच का मौका मिल गया है।
ऑस्ट्रेलिया दौरा अभी भी संभव
यहाँ एक अच्छी खबर है — शिवम दुबे का ऑस्ट्रेलिया दौरा अभी भी बरकरार है। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) के चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेश भारतीय ने स्पष्ट किया: "कमर की जकड़न अस्थायी है। उन्हें केवल 7-8 दिनों का आराम चाहिए।" और वो 23 अक्टूबर को ऑस्ट्रेलिया के लिए रवाना होने में सक्षम होंगे।
भारतीय टी20 टीम के लिए ये बड़ी बात है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच टी20 मैचों की सीरीज में दुबे का अहम रोल हो सकता है — खासकर जब टीम को तेज गेंदबाजी और लंबे ओवर में रन बनाने की जरूरत होगी। उनकी बल्लेबाजी का तालाब उन्हें टीम के लिए अनमोल बनाता है।
शिवम दुबे का रास्ता: एक अनसुना कहानी
2019 में उन्होंने भारत के लिए टी20 डेब्यू किया। तब से उन्होंने 18 टी20 मैच खेले, 248 रन बनाए और 12 विकेट लिए। उनका सबसे अच्छा स्कोर 50 रन, और बेस्ट बॉलिंग 3/24। उन्होंने इंडियन प्रीमियर लीग 2025 में मुंबई इंडियंस के लिए भी अच्छा प्रदर्शन किया — हार्दिक पांड्या की टीम में एक ऐसा खिलाड़ी जो दबाव में भी अपना बल्ला घुमाता है।
उनकी शुरुआत छोटे शहरों से हुई। उनकी जिद, उनकी मेहनत, और उनकी आत्मविश्वास की बात कही जाती है। अब, ये चोट उनकी यात्रा का एक नया मोड़ है। लेकिन वो अभी खत्म नहीं हुई।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
शिवम दुबे की कमर की समस्या क्यों दोबारा उभरी?
शिवम दुबे को पिछले कुछ सालों से कमर की चोट की शिकायत रही है, जो ठंड और लंबे खेल के दौरान बढ़ जाती है। श्रीनगर में अचानक तापमान में गिरावट ने उनकी मांसपेशियों को जकड़ दिया, जिससे पुरानी चोट फिर से जाग गई। ये अस्थायी है, लेकिन बार-बार दोहराने से लंबे समय तक नुकसान हो सकता है।
मुंबई के लिए शिवम दुबे की अनुपस्थिति कितनी बड़ी है?
बहुत बड़ी। दुबे ने 2024-25 सीजन में 10 मैचों में 567 रन और 28 विकेट लिए — एक ऐसा ऑलराउंडर जो बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में टीम को बचाता है। उनकी अनुपस्थिति में मुंबई की बल्लेबाजी का गहराई और गेंदबाजी का विविधता दोनों प्रभावित हो रहे हैं। अंकुश राठौड़ एक अच्छा विकल्प है, लेकिन अभी तक राष्ट्रीय स्तर पर नहीं खेले हैं।
शार्दुल ठाकुर की कप्तानी कैसे चलेगी?
शार्दुल ठाकुर ने पिछले सीजन में 427 रन और 19 विकेट लिए हैं — एक ऐसा खिलाड़ी जो दबाव में भी अपना काम करता है। उनकी अनुभवी बातचीत और गेंदबाजी की रणनीति मुंबई के लिए फायदेमंद होगी। लेकिन उन्हें अब बल्लेबाजी के लिए भी जिम्मेदारी लेनी होगी, जो उनके लिए नया चुनौती है।
ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए शिवम दुबे फिट हो पाएंगे?
हाँ, BCCI के चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेश भारतीय ने स्पष्ट किया है कि दुबे की कमर की समस्या अस्थायी है और उन्हें केवल 7-8 दिनों का आराम चाहिए। वो 23 अक्टूबर को ऑस्ट्रेलिया के लिए रवाना होने में सक्षम होंगे। उनकी बल्लेबाजी का तालाब टीम के लिए अनमोल है, खासकर ऑस्ट्रेलिया के तेज पिचों पर।
टिप्पणि
Hardik Shah नवंबर 3, 2025 AT 13:49
ये लोग हमेशा चोट का बहाना बनाते हैं। शिवम दुबे को तो बस एक दिन का आराम चाहिए, लेकिन वो टीम के लिए बहुत बड़ा नुकसान है यार। इतनी बड़ी टीम में एक आदमी के बिना क्या चलेगा? ये बस लापरवाही है।
shivesh mankar नवंबर 5, 2025 AT 06:21
अच्छा हुआ कि टीम ने उनकी सेहत को प्राथमिकता दी। ये चोट अस्थायी है और ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए वो तैयार हो जाएंगे। दुबे का अहम दिल और बल्ला टीम के लिए जानलेवा है, लेकिन अभी आराम करना ही सही फैसला है। धीरे-धीरे वापसी होगी, और वो फिर से धमाका करेंगे।
avi Abutbul नवंबर 5, 2025 AT 12:31
मुंबई के लिए अंकुश राठौड़ का डेब्यू अच्छा मौका है। ये लड़का घरेलू क्रिकेट में अच्छा खेलता है, अब बड़े मैच में दिखाना होगा। शिवम के बिना टीम को नया चेहरा देखने को मिल रहा है। बस उसे दबाव में नहीं डालना चाहिए।
manisha karlupia नवंबर 6, 2025 AT 20:33
क्या ठंड वाकई इतनी खतरनाक है कि एक ऑलराउंडर को टीम से बाहर कर दें? मैं सोच रही हूँ कि शायद ये सिर्फ एक तरह का रणनीतिक फैसला है... शायद वो टीम को बदलने का मौका देना चाहते हैं। शायद ये चोट सच है... या शायद नहीं।
vikram singh नवंबर 7, 2025 AT 23:47
श्रीनगर की ठंड ने शिवम दुबे की जिंदगी बदल दी... ये नहीं बल्कि एक भारतीय खिलाड़ी की अदाकारी को बदल दिया। जब तक ये ठंड नहीं आई, तब तक वो एक देवता थे। अब वो एक चोट लगा इंसान। ये नाटक है या जीवन? क्या आपने कभी सोचा कि ये ठंड एक षड्यंत्र हो सकती है? शायद वो ऑस्ट्रेलिया जाना चाहते थे और इस तरह बाहर निकल गए।
balamurugan kcetmca नवंबर 8, 2025 AT 23:55
शिवम दुबे का रणजी ट्रॉफी में अनुपस्थिति बहुत बड़ी बात है, लेकिन इसके पीछे का विश्लेषण और भी गहरा है। उनकी बल्लेबाजी की गहराई, ऑफ-स्पिन की नियमितता, और दबाव में निर्णय लेने की क्षमता टीम के लिए एक अनमोल संपत्ति है। उनकी अनुपस्थिति में मुंबई को अपनी रणनीति पूरी तरह से बदलनी होगी, और ये बदलाव न सिर्फ खिलाड़ियों के लिए बल्कि कोचिंग स्टाफ के लिए भी एक बड़ी चुनौती है। अंकुश राठौड़ को बस इतना करना है कि वो अपने आप को एक अनुभवी खिलाड़ी के रूप में नहीं, बल्कि एक नए आशा के रूप में दिखाए।
Arpit Jain नवंबर 10, 2025 AT 21:55
चोट? बस एक बहाना। अगर वो असली खिलाड़ी होते तो श्रीनगर की ठंड से भी खेल लेते। ये सब बस टीम के लिए बड़ा नाम बनाने का नाटक है। ऑस्ट्रेलिया जाने के लिए तैयार हो रहे हैं? तो फिर रणजी ट्रॉफी में क्यों नहीं खेले? ये सब बस चालाकी है।
Karan Raval नवंबर 12, 2025 AT 01:32
शार्दुल ठाकुर को बहुत बड़ी जिम्मेदारी मिल गई है लेकिन वो इसे संभाल लेंगे। उन्होंने पिछले सीजन में दिखाया है कि वो दबाव में भी खेल सकते हैं। अंकुश राठौड़ को भी बस एक मौका दो, वो अपना नाम बना लेगा। शिवम की जगह भरने की जरूरत नहीं, बल्कि नया चेहरा देखने की जरूरत है।
divya m.s नवंबर 13, 2025 AT 20:39
ये चोट बिल्कुल भी असली नहीं है। शिवम दुबे ने अपने आप को बचाने के लिए ये सब बनाया है। रणजी में खेलने की जगह ऑस्ट्रेलिया जाना ज्यादा फायदेमंद है। ये टीम ने उन्हें बचाने का नाटक किया है। ये लोग बस नाम बनाने के लिए तैयार हैं।
PRATAP SINGH नवंबर 14, 2025 AT 09:58
एक खिलाड़ी की कमर की चोट के बारे में इतना विस्तार से लिखना अत्यधिक अतिशयोक्ति है। यह एक खेल की घटना है, न कि कोई ऐतिहासिक विप्लव। अगर आप इतने गहरे विश्लेषण की आवश्यकता महसूस करते हैं, तो शायद आपको क्रिकेट की बजाय दर्शनशास्त्र पढ़ना चाहिए।
Akash Kumar नवंबर 14, 2025 AT 23:07
शिवम दुबे के लिए यह चोट एक व्यक्तिगत विपत्ति है, लेकिन टीम के लिए यह एक संगठित प्रतिक्रिया का अवसर है। भारतीय क्रिकेट के विकास में ऐसे मामले अत्यंत महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि ये दर्शाते हैं कि खिलाड़ियों की स्वास्थ्य प्राथमिकता को कैसे समझा जाना चाहिए। यह एक आधुनिक खेल की नीति का प्रतीक है।
Shankar V नवंबर 15, 2025 AT 04:15
क्या आपने कभी सोचा कि श्रीनगर की ठंड अचानक क्यों गिरी? क्या ये बस एक संयोग है? या शायद किसी ने एक जानबूझकर तापमान बदला? जम्मू-कश्मीर के खिलाफ मैच के एक दिन पहले तापमान में अचानक गिरावट? ये बस एक बड़ी साजिश है। शिवम दुबे को बाहर करने के लिए कोई गुप्त अधिकारी ने ये सब व्यवस्थित किया है।
Karan Kundra नवंबर 16, 2025 AT 20:06
शिवम के बिना टीम को नए लोगों को मौका देना बहुत अच्छी बात है। अंकुश राठौड़ को बस एक मौका दो, वो अपना नाम बना लेगा। और शार्दुल ठाकुर की कप्तानी बहुत अच्छी है। ये लोग दबाव में खेलते हैं, वो बस अपना काम कर रहे हैं। शिवम ठीक हो जाएंगे, और फिर से वापस आएंगे।
Vinay Vadgama नवंबर 17, 2025 AT 15:08
शिवम दुबे के लिए यह चोट एक अस्थायी रुकावट है। उनकी बल्लेबाजी का तालाब और गेंदबाजी की बुद्धिमत्ता भारतीय क्रिकेट के लिए अमूल्य है। यह अवसर उनकी टीम के लिए भी एक नया नेतृत्व विकसित करने का है। यह विकास का एक चरण है, और यह बहुत सकारात्मक है।
Pushkar Goswamy नवंबर 18, 2025 AT 09:41
शिवम दुबे को रणजी ट्रॉफी में बाहर करना भारत के लिए एक शर्म की बात है। ये लोग तो बस ऑस्ट्रेलिया के लिए तैयार हो रहे हैं। ये चोट बस एक बहाना है। रणजी ट्रॉफी तो अब बस एक बाजार है, न कि एक प्रतियोगिता। इस तरह के फैसले से भारतीय क्रिकेट का नाम बदतर हो रहा है।