30 जुलाई 2024 को पेरिस ओलंपिक्स में भारतीय शूटर सरबजोत सिंह ने 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में कांस्य पदक जीतते हुए देश का नाम रोशन किया। 20 वर्षीय सरबजोत सिंह, जो मध्य प्रदेश से आते हैं, ने कड़ी मेहनत और संघर्ष के बाद यह महान उपलब्धि हासिल की। लेकिन उनकी इस सफलता के पीछे एक और वजह थी - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उन्हें दिया गया प्रेरणादायक फोन कॉल।
यह फोन कॉल सरबजोत को ठीक उस समय मिला जब वे प्रतियोगिता की तैयारी में लगे हुए थे। पीएम मोदी ने न केवल उन्हें शुभकामनाएं दीं बल्कि उनका आत्मविश्वास भी बढ़ाया। सरबजोत ने खुद भी इस बात की पुष्टि की कि पीएम मोदी की बातों ने उन्हें मुकाबले के वक्त मानसिक मजबूती दी।
सरबजोत सिंह की शुरुआत क्वालिफिकेशन राउंड में कुछ खास अच्छी नहीं रही। वे इस राउंड के बाद 14वें स्थान पर थे। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और पूरे जोश के साथ फाइनल्स में उतर आए। अपनी मेहनत और धैर्य के बल पर उन्होंने न केवल फाइनल में जगह बनाई बल्कि कांस्य पदक भी जीता।
फाइनल राउंड में उनका स्कोर 201.2 रहा, जो कि रजत पदक विजेता से केवल 0.2 अंक पीछे था। इस कड़ी प्रतिस्पर्धा के बीच, सरबजोत ने अपनी सूझबूझ और कौशल का परिचय दिया और पूरे देश को गर्वित किया।
इस कांस्य पदक के साथ, सरबजोत सिंह ने न केवल अपना नाम रौशन किया बल्कि भारतीय शूटिंग के क्षेत्र में भी एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर स्थापित किया। यह पेरिस ओलंपिक्स में भारत का तीसरा पदक था, जिसने भारतीय खेल जगत को एक नई ऊंचाई पर पहुँचा दिया।
इस जीत से न केवल सरबजोत को व्यक्तिगत गौरव प्राप्त हुआ, बल्कि उन्होंने लाखों भारतीय युवाओं को भी प्रेरित किया। यह सफलता भारतीय शूटिंग के भविष्य के लिए भी शुभ संकेत है और उम्मीद की जाती है कि इससे और भी अधिक युवा इस खेल में अपना करियर बनाने के लिए प्रेरित होंगे।
सरबजोत सिंह की इस शानदार उपलब्धि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उन्हें बधाई दी और कहा कि यह जीत पूरी दुनिया में भारतीय प्रतिभा का प्रतिनिधित्व करती है। पीएम मोदी ने अपने संदेश में यह भी कहा कि इस तरह की उपलब्धियाँ भारतीय युवाओं को अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रोत्साहित करती हैं।
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि सरबजोत की यह जीत न केवल खेल जगत के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का विषय है। प्रधानमंत्री का मानना है कि इस तरह की उत्कृष्टता से देश के अन्य खिलाड़ी भी प्रेरणा लेंगे और आगे बढ़ेंगे।
भारतीय शूटिंग संघ ने भी सरबजोत सिंह को उनकी इस उपलब्धि पर बधाई दी। संघ के अध्यक्ष ने कहा कि ऐसे प्रतिभाशाली खिलाड़ी हमारे देश का भविष्य हैं और संघ उनके प्रति अपना पूरा समर्थन जारी रखेगा।
संघ ने यह भी संकेत दिया कि भविष्य में अधिक से अधिक खिलाड़ियों की पहचान की जाएगी और उन्हें इस तरह के प्रतियोगिताओं के लिए तैयार किया जाएगा। संघ के प्रयासों ने भारतीय शूटिंग समुदाय को एक नई दिशा और ऊर्जा दी है।
सरबजोत सिंह, जो मात्र 20 वर्ष के हैं, ने अपने इस कदम से यह साबित कर दिया कि वे भारतीय शूटिंग के उभरते सितारे हैं। उनकी कहानी से यह प्रमाणित होता है कि अगर मेंहनत और लगन के साथ किसी काम को किया जाए, तो कोई भी सपना असंभव नहीं होता।
उनके इस अभूतपूर्ण प्रदर्शन ने यह भी साबित किया है कि भारतीय खेल में अब वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए भी भरपूर क्षमता है। सरबजोत का यह यात्रा मात्र शुरुआत है और उनसे आगामी वर्षों में और भी अधिक शानदार प्रदर्शन की उम्मीद की जा सकती है।
इस तरह की उपलब्धियों से न केवल खिलाड़ी, बल्कि पूरा देश भी उत्साहित और प्रेरित होता है। आइए, हम सब मिलकर सरबजोत सिंह को उनकी इस महान सफलता के लिए बधाई दें और अगली चुनौतियों के लिए शुभकामनाएं दें।
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