NIRF 2024: IIT मद्रास छठवीं बार बना नं.1, JNU और AIIMS दिल्ली भी शीर्ष 10 में शामिल

नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF) 2024 की रैंकिंग जारी होने के साथ ही भारतीय शिक्षा जगत में एक बार फिर से IIT मद्रास ने अपनी श्रेष्ठता साबित कर दी है। इस प्रतिष्ठित संस्थान ने लगातार छठी बार शीर्ष स्थान प्राप्त किया है। शिक्षा मंत्रालय ने 12 अगस्त, 2024 को इन रैंकिंग्स की घोषणा की। IIT मद्रास के उत्कृष्ट प्रदर्शन ने इसे विभिन्न मापदंडों पर सर्वोच्च साबित किया है, जिनमें शिक्षण, सीखने और संसाधन, शोध और व्यावसायिक प्रथाएँ, स्नातक परिणाम, आउटरीच और समावेशिता, तथा धारणा शामिल हैं।

इस बार की रैंकिंग में दूसरा स्थान इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (IISc) बेंगलुरु को मिला है, जबकि IIT दिल्ली ने तीसरे स्थान पर कब्जा किया है। अन्य महत्वपूर्ण संस्थान जो शीर्ष 10 में शामिल हैं, उनमें IIT बॉम्बे, IIT कानपुर, IIT खड़गपुर, AIIMS नई दिल्ली, IIT रुड़की, IIT गुवाहाटी और जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) दिल्ली शामिल हैं।

NIRF के मापदंड और उनकी महत्ता

NIRF रैंकिंग्स एक व्यापक पद्धति पर आधारित होती हैं, जो कई महत्वपूर्ण मापदंडों को शामिल करती हैं। इनमें शिक्षण, सीखने और संसाधन, शोध और व्यावसायिक प्रथाएँ, स्नातक परिणाम, आउटरीच और समावेशिता, तथा धारणा शामिल हैं। इस पद्धति का उद्देश्य भारतीय उच्च शिक्षा क्षेत्र में उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा और शोध को मान्यता और प्रोत्साहन देना है।

शैक्षिक संस्थानों का प्रदर्शन

हरेक संस्था का प्रदर्शन उनके शिक्षण और सीखने के संसाधनों, शोध के अवसरों, और व्यवसायिक प्रथाओं के आधार पर मापा जाता है। इसके साथ ही स्नातकों के परिणाम, समाज में उनकी सेवा के अवसर और संपूर्ण संस्था की धारणा भी महत्वपूर्ण मापदंड होते हैं।

उदाहरण के लिए, IIT मद्रास अपने उत्कृष्ट संकाय, अत्याधुनिक अनुसंधान सुविधाओं, और व्यावसायिक प्रथाओं में उत्कृष्टता के लिए जाना जाता है। इसके स्नातकों के उच्चतम स्तर के परिणाम और उद्योग में उनकी मांग इसे शीर्ष पर बनाए रखते हैं। इसी तरह, IISc बेंगलुरु और IIT दिल्ली भी अपने मजबूत शोध प्रोग्राम और अध्ययन के सर्वोत्तम अवसर प्रदान करने के लिए प्रसिद्ध हैं।

रैंकिंग्स के उद्देश्य और महत्व

रैंकिंग्स के उद्देश्य और महत्व

इन रैंकिंग्स का मुख्य उद्देश्य भारतीय शिक्षा संस्थानों को विश्व स्तर पर मान्यता और सम्मान प्राप्त कराना है। इसके अलावा, इन रैंकिंग्स का एक अन्य उद्देश्य उच्च शिक्षा क्षेत्र में गुणवत्ता सुधार और प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ावा देना है। बेहतर रैंक वाले संस्थान अक्सर अधिक प्रतिभाशाली छात्रों को आकर्षित करते हैं और इससे उनका समग्र प्रदर्शन भी बेहतर होता है।

NIRF रैंकिंग्स की सूची कुल 13 श्रेणियों में विभाजित होती है, जिनमें इंजीनियरिंग, विश्वविद्यालय, प्रबंधन, चिकित्सा, और डेंटल कॉलेज आदि शामिल हैं। यह रैंकिंग्स छात्रों और माता-पिता को संस्थानों के चयन में मदद करती हैं, और उन्हें उनकी शिक्षा के लिए बेहतर विकल्प चुनने में सक्षम बनाती हैं।

स्रोत और संसाधन

स्रोत और संसाधन

हर साल NIRF रैंकिंग की सूची को तैयार करने के लिए शिक्षा मंत्रालय विस्तृत और व्यापक डेटा का उपयोग करता है। इसमें विभिन्न संस्थानों द्वारा प्रस्तुत जानकारी का विश्लेषण किया जाता है, और उनके प्रदर्शन पर गहन शोध किया जाता है। NIRF की आधिकारिक वेबसाइट, nirfindia.org, पर पूरी सूची उपलब्ध है, जहां लोग इसे देख सकते हैं और अपने पसंदीदा संस्थान की रैंकिंग की जांच कर सकते हैं।

अंत में, NIRF 2024 की रैंकिंग ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि भारतीय संस्थान शिक्षा और शोध के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के लिए पूरी तरह सक्षम हैं। IIT मद्रास, IISc बेंगलुरु, और IIT दिल्ली जैसे संस्थानों ने इसे सत्य कर दिखाया है।

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