निफ्टी और सेंसेक्स में तेजी: 7 जनवरी 2025 को भारतीय शेयर बाजार में उछाल

भारतीय शेयर बाजार में उत्साह: निफ्टी और सेंसेक्स में तेजी

7 जनवरी 2025 की तारीख भारतीय शेयर बाजार के निवेशकों के लिए अपने साथ सकारात्मक परिणाम लेकर आई। बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी दोनों ने इस दिन बढ़त दर्ज की, बाजार के उत्साही निवेशकों के चेहरों पर मुस्कान लाते हुए। बाजार की स्थिति का जायजा लिया जा सकता है, जिसमें सेंसेक्स 0.30% ऊपर 78,199.11 पर बंद हुआ और निफ्टी50 0.39% की वृद्धि के बाद 23,707.90 पर स्थित हुआ। ऐसी वृद्धि ने निवेशकों को अपनी होल्डिंग्स में विश्वास बढ़ाने में सहायता की।

प्रमुख शेयरों में उछाल

शेयर बाजार में ऐसा कोई दिन नहीं होता जब कुछ खास कंपनियाँ ध्यान आकर्षित न करें। इस दिन एगिस लॉजिस्टिक्स का प्रदर्शन उल्लेखनीय रहा। इसका शेयर मूल्य ₹151.70 या 17.93% की वृद्धि के साथ ₹1,015.55 पर बंद हुआ। दूसरे स्थान पर इक्विनॉक्स इंडिया डेवलपमेंट्स रही, जिसके शेयर में ₹23.93 की वृद्धि हुई, जो 20% थी और इसने शेयर को ₹143.58 तक पहुंचा दिया। दूसरी ओर, आईटीआई लिमिटेड के निवेशकों को निराशा हाथ लगी, जब इसके शेयर में ₹54.40 की गिरावट आई, जो 9.99% की हानि थी, और इसे ₹489.95 पर बंद होना पड़ा।

मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों की भूमिका

बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स भी इस सकारात्मक रुझान में भागीदार बने। मिडकैप इंडेक्स 0.8% की वृद्धि देखी गई, जबकि स्मॉलकैप इंडेक्स में 1.7% की वृद्धि दर्ज की गई। कई कंपनियां लाभ की स्थिति में आईं, विशेष रूप से ओएनजीसी, टाटा मोटर्स और रिलायंस इंडस्ट्रीज ने दिन के अंत तक अच्छा प्रदर्शन किया।

विदेशी और घरेलू निवेश का रूझान

विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने इस दिन के दौरान ₹2,575 करोड़ की नेट बिक्री की, जो बाजार की कई चुनौतियों का प्रतीक थी। इसके विपरीत, घरेलू संस्थागत निवेशकों ने बाजार में विश्वास बनाए रखा और ₹5,749 करोड़ मूल्य के शेयर का अधिग्रहण किया। निवेशकों की हिस्सेदारी बदलने का यह संतुलन, बाजार के मिजाज को स्थायित्व में बनाए रखने वाले तत्व के रूप में देखा जा सकता है।

तकनीकी दृष्टिकोण

तकनीकी विश्लेषण के अनुसार, निफ्टी में अल्पकालिक प्रवृत्तियों में थोड़ी कमजोरी दिखाई देती है। इस समय समर्थन स्तरों का अनुमान 23,460 और 23,260 के आसपास किया जा रहा है, जबकि प्रतिरोध स्तर 23,800 के निकट होने की संभावना जताई गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि जब तक नए वायरस से संबंधित चिंताएँ समाप्त नहीं होतीं, तब तक बाजार में अस्थिरता बनी रह सकती है। साथ ही, प्री-त्रैमासिक व्यापार अपडेट्स और Q3 परिणाम सीज़न की शुरुआत के आधार पर शेयरों और क्षेत्रों में विशिष्ट कार्यवाही की संभावना है।

डॉलर की स्थिति

अमेरिकी डॉलर सप्ताह के प्रारंभ में मुख्य मुद्राओं के मुकाबले में निम्न स्तर पर बना रहा। यह स्थिति तब आई जब निवेशकों ने राष्ट्रपति-चुनाव डोनाल्ड ट्रम्प की टैरिफ नीतियों में संभावित बदलावों को मानते हुए पुनर्मूल्यांकन किया। इस मामलें में ट्रम्प के पद ग्रहण करने के पहले बाजार ने प्रकट किये गए संकेतों को ध्यान में रखा।

अतः, भारतीय शेयर बाजार का यह दिन निवेशकों को गहन विश्लेषण और संभावनाओं की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करता है। चाहे यह कंपनियों की प्राप्तियों के आंकड़े हों या तकनीकी संकेतक, बाजार ने निवेशकों के लिए एक अनूठा अनुभव प्रस्तुत किया।

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