न्यूजीलैंड बनाम इंग्लैंड: केन विलियमसन के धमाकेदार 156 रन ने मेजबान को दिलाई बड़ी बढ़त

केन विलियमसन की शानदार बैटिंग का प्रदर्शन

न्यूजीलैंड और इंग्लैंड के बीच चल रहे तीसरे क्रिकेट टेस्ट में केन विलियमसन ने जबरदस्त बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया। उन्होंने शतक ठोकते हुए 156 रन बनाकर अपनी टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। यह सिडन पार्क के मैदान पर उनका सातवां और लगातार घरेलू टेस्ट मैच में पांचवां शतक था। इनकी इस पारियों ने न्यूजीलैंड को 453 रन तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई।

इंग्लैंड की कठिन स्थिति

न्यूज़ीलैंड की इस विशाल बढ़त का पीछा करने उतरी इंग्लैंड की टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही। दूसरे ओवर में ही टीम साउदी की गेंद पर बेन डकेट का विकेट गिर गया। जॅक क्रॉली को मैट हेनरी ने एल्बीडब्ल्यू कर पवेलियन भेजा। इसके चलते दिन के अंत में इंग्लैंड का स्कोर बेहद निराशाजनक था। जैकब बेतल नौ रन पर नाबाद थे, जबकि अनुभवि जो रूट ने अब तक खाता नहीं खोला था।

बेन स्टोक्स की चोट

इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स की गेंदबाजी के दौरान उनके बाएं पैर की हैमस्ट्रिंग में फिर से तकलीफ हुई, जिससे वे मैदान छोड़ने को मजबूर हो गए। इस प्रकार की चोट हालिया मुकाबलों में न्यूसिलैंड के खिलाफ हार के साथ इंग्लैंड टीम की परेशानी का कारण बन रही है।

न्यूज़ीलैंड की लड़खड़ाती शुरुआत

न्यूज़ीलैंड की लड़खड़ाती शुरुआत

हालांकि, न्यूजीलैंड के अंत में बल्लेबाजी में भी कुछ झटके लगे। इंग्लैंड की गेंदबाजी का सामना करते हुए मिचेल सैंटनर ने 16 रन शामिल किए और जॉय रूट द्वारा बोलिंग की गई ओवर में 49 रन के निजी स्कोर पर आउट हो गए। टिम साउदी ने इंग्लैंड के खिलाड़ियों के गार्ड ऑफ ऑनर का स्वागत किया, लेकिन उन्होंने सिर्फ 2 रन बनाकर पवेलियन की राह ली।

टिम साउदी का अद्वितीय प्रदर्शन

अपने अंतिम टेस्ट खेल रहे टिम साउदी ने जबरदस्त प्रदर्शन किया। बेन डकेट को आउट कर साउदी ने मुकाबला किया और उनके करियर में 390 टेस्ट विकट पूरे हुए। इस समय, न्यूजीलैंड खिलाड़ियों की भावनाएं भी अपने चरम पर थीं, जब उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ इतना जबरदस्त प्रदर्शन किया।

इस टेस्ट में इंग्लैंड की चुनौती बड़ी है, क्योंकि अब तक की सबसे ऊंची चौथी पारी में जीत का लक्ष्य 418 रन का है, लेकिन 657 रनों का पीछा करने का काम उनके सामने बहुत मुश्किल है।

असाधारण द्वंद्व का निष्कर्ष

यह मुकाबला शानदार क्रिकेट के खेल का प्रदर्शन है, जहाँ न्यूजीलैंड ने अपनी पकड़ बनाई है। इंग्लैंड को धमाकेदार प्रदर्शन करते हुए वापस आना होगा और इसे अपने पसंदीदा खेल के रूप में बदलना होगा। उन्हें आत्म-विश्लेषण करना होगा कि उन्हें किस प्रकार से खेल में मजबूती प्रदान की जा सकती है और कैसे अपनी जल्दबाजी के वजह से वे हार की कगार पर पहुँचते जा रहे हैं।

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