SRH की विस्फोटक बल्लेबाजी से बनाई गई जीत की नींव
आईपीएल 2025 का दूसरा मैच हैदराबाद के राजीव गांधी इंटरनेशनल स्टेडियम में खेला गया जहां SRH vs RR मुकाबले में रोमांच देखने को मिला। सनराइजर्स हैदराबाद ने अपने घरेलू मैदान पर राजस्थान रॉयल्स को 44 रन से हराकर सीजन की जीत के साथ जबरदस्त शुरुआत की। टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए SRH के बल्लेबाजों ने राजस्थान पर कहर बरपाया। 20 ओवरों में 286 रन का विशाल स्कोर बनाना किसी टी20 मुकाबले में धमाकेदार माना जाता है।
SRH की शुरुआत बेहद मजबूत रही। सलामी बल्लेबाजों ने तेज शुरुआत दी, जिससे मिडिल ऑर्डर पर दबाव नहीं आया। पावरप्ले में ही 70 से ज्यादा रन बना लिए गए। बल्लेबाजों ने हर ओवर में बाउंड्री निकालने का इरादा दिखाया। शिमरोन हेटमायर ने इनिंग्स की गाड़ी को तेज रफ्तार दी। उनकी पारी ने RR के गेंदबाजों को पूरी तरह बैकफुट पर ला दिया। हेटमायर ने 49 गेंदों में 82 रन ठोक डाले, जिसमें पांच छक्के और सात चौके शामिल थे। इसके अलावा, राहुल त्रिपाठी और एडन मार्करम ने भी शानदार समर्थन दिया। निचला क्रम भी तेजी से रन जोड़ता रहा जिससे 286 का टोटल खड़ा हो सका।
राजस्थान की संघर्षपूर्ण जवाबी पारी, लेकिन नाकाफी
इतना बड़ा लक्ष्य देखकर राजस्थान की टीम भी समझ गई थी कि तेज शुरुआत जरूरी है। यशस्वी जायसवाल और कप्तान संजू सैमसन ओपनिंग करने उतरे। दोनों ने पॉजिटिव इरादे से खेलते हुए शुरुआत अच्छी की। जायसवाल ने कुछ आकर्षक शॉट लगाए, वहीं सैमसन ने तेज रन बनाए। लेकिन पावरप्ले के बाद जैसे ही गेंद स्पिनरों को सौंपी गई, SRH ने गेम पर पकड़ बना ली। एक छोर से विकेट गिरते रहे, साझेदारियां लंबी नहीं चल पाईं। सैमसन ने 34 गेंदों में 51 रन की पारी खेली, जबकि जायसवाल ने 24 गेंदों पर 39 रन बनाए। लेकिन इन दोनों के आउट होते ही टीम बिखर गई।
मिडिल ऑर्डर में ध्रुव जुरेल और रियान पराग से काफी उम्मीद थी, मगर वह बड़े शॉट नहीं लगा सके। SRH के तेज गेंदबाजों ने सधी हुई गेंदबाजी की। टॉप ऑर्डर के बाद कोई बल्लेबाज क्रीज पर टिक नहीं पाया और 20 ओवर में टीम 242 रन ही बना सकी। रन रेट का दबाव लगातार बढ़ता गया, जिससे राजस्थान को पारी के आखिर तक वापसी का मौका नहीं मिल सका।
इस मैच में SRH के गेंदबाजों के संयम और फील्डिंग की चुस्ती ने भी अहम भूमिका निभाई। कैच लेने से लेकर रन बचाने तक, हर क्षेत्र में टीम का प्रदर्शन शानदार रहा। राजस्थान को जहां साझेदारियां लम्बी नहीं चलीं, SRH ने वही बॉक्स टिक किए। मैदान पर खिलाड़ियों की आपसी समझ और कप्तानी के फैसलों ने भी इसे एकतरफा मुकाबला बना दिया।