विधानसभा चुनाव 2024 के परिणामों के लिए हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के लोगों की निगाहें अब चुनाव आयोग की वेबसाइट पर टिकी हैं। मतगणना की प्रक्रिया 8 अक्तूबर की सुबह 8 बजे शुरू हुई थी। दोनों राज्यों में इस बार के चुनाव परिणाम का खास महत्व है।
हरियाणा में इस बार का मुकाबला मुख्य रूप से भाजपा और कांग्रेस के बीच है। सालों से सत्ता में काबिज भाजपा इस बार भी बहुमत के साथ सरकार बनाने का दावा कर रही है। भाजपा मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने एग्ज़िट पोल के परिणामों को नकारते हुए कहा है कि उनकी पार्टी पूर्ण बहुमत से सत्ता में लौटेगी। दूसरी ओर, कांग्रेस नेता भूपिंदर सिंह हुड्डा ने अपनी पार्टी की जीत के प्रति पूर्ण विश्वास जताया और कहा कि कांग्रेस को इस बार टक्कर लेने वाली जीत मिलेगी।
हरियाणा में 5 अक्तूबर, 2024 को हुए चुनावों में 67.90% वोटिंग हुई, जो अपने-आप में एक बड़ा आंकड़ा है। जबकि इस बार का चुनाव अधिकतर दो पार्टियों भाजपा और कांग्रेस के बीच था, अन्य क्षेत्रीय पार्टियां भी जैसे कि आम आदमी पार्टी (AAP), इंडियन नेशनल लोक दल (INLD), और जन्नायक जनता पार्टी (JJP) ने भी अपनी किस्मत आजमाई।
जम्मू-कश्मीर में इस बार का चुनाव एक ऐतिहासिक प्रक्रिया थी क्योंकि यह चुनाव धारा 370 हटने के बाद करवाया गया है। चुनाव तीन चरणों में संपन्न हुए और कुल 63.45% वोटिंग दर्ज की गई। एग्ज़िट पोल्स में कांग्रेस-एनसी गठबंधन की जीत की संभावना जताई गई है, जबकि नेशनल कॉन्फ्रेंस को ज्यादा सीटें मिलने की उम्मीद है। बीजेपी अपने पिछले 25 सीटों के प्रदर्शन में सुधार की कोशिश कर रही है, जबकि पीडीपी की स्थिति कमजोर बताई जा रही है।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने पीडीपी के साथ सरकार बनाने की संभावना जताई है, हालांकि उन्होंने खुद को मुख्यमंत्री पद की रेस से बाहर बताया है। जम्मू-कश्मीर की राजनीति में हालिया घटनाक्रम ने मामला और पेचीदा बना दिया है, खासकर जब उपराज्यपाल को पांच आरक्षित सीटों के लिए सदस्यों को नामित करने का अधिकार दिया गया। विपक्ष ने आरोप लगाया है कि ये कदम चुनाव परिणामों से पहले ही हेरफेर करने का प्रयास है।
हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में जैसे-जैसे मतगणना आगे बढ़ रही है, राजनीतिक दलों और नेताओं के बीच उत्सुकता भी बढ़ रही है। चुनाव आयोग की लाइव अपडेट के अनुसार, शुरुआती रुझानों में बीजेपी जम्मू-कश्मीर में आगे थी, लेकिन बाद के रुझानों में कांग्रेस-एनसी गठबंधन की बढ़त दिखी। हरियाणा में कांग्रेस एक बड़े अंतर के साथ बढ़त बनाती दिख रही है। दिल्ली में एआईसीसी मुख्यालय के बाहर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मिठाई बांटकर जश्न मनाना शुरू कर दिया है।
इन चुनावों के परिणाम से हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के भविष्य की राजनीति की दिशा तय होगी। लोग और राजनीतिक विश्लेषक दोनों ही उम्मीद लगाए हुए हैं कि भारत के नक्शे पर इन राज्यों का भविष्य क्या रूप लेगा।
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