दीपक बिल्डर्स एंड इंजीनियर्स आइपीओ: निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण जानकारी और जीएमपी अपडेट

दीपक बिल्डर्स एंड इंजीनियर्स का आइपीओ: निवेशकों के लिए सुनहरा मौका

भारत के प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट, और कंस्ट्रक्शन (ईपीसी) कंपनी दीपक बिल्डर्स एंड इंजीनियर्स ने अपना प्रारंभिक सार्वजनिक प्रस्ताव (आइपीओ) 21 अक्टूबर, 2024 को लॉन्च किया। इस आइपीओ के माध्यम से कंपनी ने 260 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है, जिसमें फ्रेश इश्यू के तहत 217.2 करोड़ रुपये के शेयर और 42.8 करोड़ रुपये के बिक्री प्रस्ताव शामिल हैं।

आइपीओ का मूल्य और सब्सक्रिप्शन स्थिति

आइपीओ के लिए प्रस्तावित कीमत प्रति शेयर 192 रुपये से 203 रुपये तक है। पहले दिन सुबह 10:54 बजे तक, यह आइपीओ 0.64 गुना सब्सक्राइब किया गया था। इस में खुदरा निवेशक 1.07 गुना एवं गैर-संस्थागत निवेशक 0.49 गुना की सब्सक्रिप्शन योगदान करते देखे गए।

ग्रे मार्केट में इस शेयर पर 60 रुपये प्रति शेयर का प्रीमियम चल रहा था, जो कि प्रस्तावित मूल्य से 29.56% अधिक था। इससे यह साफ समझ आता है कि शेयर बाजार में इस आइपीओ की अच्छी मांग है। इसके अलावा, कंपनी ने आइपीओ से एक दिन पहले 78.01 करोड़ रुपये एंकर निवेशकों से प्राप्त किए, जिसमें नीओमाइल ग्रोथ फंड ने 38.46% की भागीदारी की।

आइपीओ की तिथि और सूचीबद्धता

आइपीओ 23 अक्टूबर तक खुला रहेगा। इसमें आवंटन की तिथि 24 अक्टूबर तय की गई है जबकि इसे 28 अक्टूबर को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) में सूचीबद्ध किया जाएगा।

आर्थिक प्रदर्शन और जोखिम

यह कंपनी रेल्वे ब्रिज और स्टेशन के निर्माण में विशेषता रखती है और वित्तीय वर्ष 2024 तक 1,380 करोड़ रुपये के ऑर्डर्स हासिल कर चुकी है। यह ऑर्डर्स का 66% हिस्सा रेलवे से है। कंपनी का राजस्व वित्तीय वर्ष 2024 में 511 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जो कि पिछले वर्ष 433 करोड़ रुपये था। वहीं, शुद्ध लाभ 60 करोड़ रुपये हो गया, जो कि पिछले वर्ष केवल 21.3 करोड़ रुपये था। कंपनी की ईबिटडा मार्जिन भी 22.98% तक बढ़ गई, जबकि पिछले वर्ष यह 12.2% थी।

विश्लेषकों द्वारा इस आइपीओ को 'सब्सक्राइब' रेटिंग दी गई है। हालांकि, कुछ चिंताएं भी व्यक्त की गई हैं जैसे कि भौगोलिक एकाग्रता और सरकारी कॉन्ट्रैक्ट्स पर अत्यधिक निर्भरता। इसके अलावा, निवेशकों के लिए जानना महत्वपूर्ण है कि 50% हिस्सा योग्य संस्थागत खरीदारों के लिए, 35% खुदरा निवेशकों के लिए और 15% गैर-संस्थागत निवेशकों के लिए आरक्षित है।

निष्कर्ष

आइपीओ कई संभावनाएं प्रस्तुत कर सकता है लेकिन साथ ही यह कुछ जोखिम भी लेकर आता है। गहन बाजार उपस्थिति और विस्तार परियोजनाओं की विविधता इसे एक शानदार निवेश विकल्प बना सकती है। परंतु, निवेश से पहले संभावित जोखिमों का सावधानीपूर्वक विश्लेषण करना भी आवश्यक है।

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