दिल्ली-NCR के लोग अभी भी उस दिन की याद कर रहे हैं जब सुबह की चाय पीते समय गर्मी का अहसास हुआ, और शाम को बिस्तर पर लेटते समय बर्फ जैसी ठंड लगी। 15 अक्टूबर, 2025 को भारत के उत्तरी और पूर्वी हिस्सों में दिन-रात का तापमान अंतर इतना ज्यादा था कि लोगों ने कहा — ‘आज एक दिन में दो मौसम देख लिए।’ भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, दिल्ली, गुरुग्राम, नोएडा, घाजीपुर, उत्तर प्रदेश के लखनऊ, कानपुर, वाराणसी और बिहार के पटना, गया, मुजफ्फरपुर में दिन का अधिकतम तापमान 33°C तक पहुँचा, जबकि रात का न्यूनतम तापमान 17.8°C रहा। यानी एक दिन में 15.2°C का अंतर! इसके बीच, केरल के तटीय क्षेत्रों में बारिश का अलर्ट जारी था।
क्यों हुआ ये अजीब मौसम?
ये तापमान का उतार-चढ़ाव कोई अचानक घटना नहीं है। ये भारत के प्राकृतिक मौसम चक्र का हिस्सा है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 23 अक्टूबर, 2025 को जारी अपने प्रेस रिलीज में स्पष्ट किया कि यह अंतर ‘मानसून के बाद के सीजन का सामान्य हिस्सा’ है। जब मानसून वापस लौटता है, तो नमी घटती है, आकाश साफ होता है, और रातों को गर्मी जमीन से तेजी से भाग जाती है। दिन में सूरज की तेज किरणें गर्मी देती हैं, लेकिन रात में बिना बादलों के बादलों के ढके आकाश में ठंड जम जाती है। यही कारण है कि पिछले 5 सालों में भी ऐसा ही हुआ है — लेकिन 2025 में यह अंतर विशेष रूप से तेज था।
किन-किन जगहों पर क्या हुआ?
अक्टूबर के 11 से 20 तक के आंकड़ों के अनुसार, भारत का औसत दिन का तापमान 32.8°C रहा, जो पहले 10 दिनों के 33.5°C से थोड़ा कम था। रात का औसत तापमान 17.8°C था — जो अभी तक इस साल का सबसे ठंडा रात का तापमान था। अक्कूवेदर के अनुसार, दिल्ली में 15 अक्टूबर को सुबह 9 बजे तापमान 22°C था, लेकिन हवा में 83% नमी थी, जिससे लग रहा था जैसे बादल अभी भी लटक रहे हों। दोपहर में तापमान 30°C तक चढ़ गया, लेकिन शाम को फिर 18.3°C पर आ गया। वहीं, वेदर25.कॉम के अनुसार, देशभर में अक्टूबर में केवल 4 दिन बारिश हुई, और कुल वर्षा 106 मिलीमीटर रही।
केरल में तो ये अलग कहानी है। तिरुवनंतपुरम, कोच्चि और कोझिकोड में बारिश जारी रही। लाइव मिंट के अनुसार, यहाँ बारिश के कारण लोगों को बाहर निकलने में परेशानी हो रही थी। लेकिन ये बारिश भी मानसून की अंतिम छोटी लहर थी — न कि नया मौसम।
ये मौसम किन लोगों को प्रभावित कर रहा है?
इस तापमान के उतार-चढ़ाव से सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं — लगभग 30 करोड़ लोग। ये लोग उत्तरी और पूर्वी भारत के उन इलाकों में रहते हैं जहाँ रात का तापमान 18°C के आसपास गिर जाता है। बुजुर्ग, बच्चे और बीमार लोगों के लिए ये ठंड खतरनाक हो सकती है। अस्पतालों में श्वसन संबंधी बीमारियों के मामले बढ़ गए हैं। एक दिल्ली के डॉक्टर ने कहा, “हम अक्टूबर के आखिरी हफ्ते में हर दिन 20-25 नए एस्थमा के मामले देख रहे हैं।”
वहीं, शहरी यातायात प्रभावित हुआ। दिल्ली और नोएडा में सुबह 7 बजे तक धुंध इतनी घनी रही कि हवाई अड्डों पर उड़ानें रद्द हुईं। राजधानी के कुछ इलाकों में बसों की आवाज भी धुंध में खो गई। लेकिन यही ठंड और साफ आकाश टूरिस्ट्स के लिए बरकत बन गई। MakeMyTrip ने अपने ट्रैवल एडवाइजर में लिखा — “अक्टूबर का ये समय उत्तरी भारत के लिए आदर्श है। लहराते खेत, ठंडी हवा और साफ आकाश — ये सब मिलकर एक अद्भुत अनुभव बनाते हैं।”
आगे क्या होगा?
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, अक्टूबर के आखिरी हफ्ते से लेकर नवंबर के पहले सप्ताह तक, उत्तरी भारत में तापमान और गिरेगा। 5 नवंबर, 2025 तक दिल्ली में दिन का तापमान 28°C और रात का 12°C तक जा सकता है। ये वाकई शीतकाल की शुरुआत है।
केरल में बारिश अब धीरे-धीरे कम होगी, लेकिन अगले 10 दिनों में फिर से कुछ बारिश की संभावना है। वैज्ञानिकों का कहना है कि इस साल दक्षिण भारत में मानसून की अंतिम लहर थोड़ी लंबी रही। शायद इसका कारण अरब सागर के पानी का असामान्य गर्म होना था।
आम आदमी के लिए क्या करें?
- दिल्ली-NCR में: सुबह और रात गर्म कपड़े पहनें — जैकेट, स्वेटर, गर्म चादर।
- केरल में: बारिश के लिए बरसाती कोट और बैग कवर लें।
- सभी जगह: पानी पीते रहें — ठंड हो रही है, लेकिन शरीर को नमी चाहिए।
- बुजुर्गों और बच्चों के लिए: बाहर निकलने से पहले तापमान चेक करें।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
क्या दिल्ली-NCR में ये ठंड इस साल असामान्य है?
नहीं, ये असामान्य नहीं है। IMD के रिकॉर्ड के अनुसार, अक्टूबर के अंत तक उत्तरी भारत में रात का तापमान 17-18°C तक गिरना सामान्य है। लेकिन इस बार तापमान अंतर 15.2°C तक पहुँचा, जो पिछले 3 सालों में सबसे अधिक है। यह दिन-रात के तापमान के अंतर के लिए एक नया रिकॉर्ड नहीं, लेकिन एक चेतावनी है कि मौसम अधिक अस्थिर हो रहा है।
केरल में बारिश क्यों जारी है, जबकि उत्तर में सूखा है?
केरल भारत के दक्षिणी तट पर है, जहाँ अरब सागर से नमी अभी भी आ रही है। मानसून उत्तर की ओर लौट चुका है, लेकिन दक्षिण में ये नमी अभी भी बादल बनाती है। IMD के मॉडल के अनुसार, अक्टूबर के अंत तक ये बारिश कम होगी, लेकिन अगले 7-10 दिनों में फिर से बारिश की संभावना है — खासकर तटीय इलाकों में।
क्या ये तापमान अंतर जलवायु परिवर्तन का प्रभाव है?
अभी तक कोई सीधा साक्ष्य नहीं है, लेकिन वैज्ञानिक इसे चिंता का विषय मानते हैं। पिछले 20 सालों में दिल्ली में रात के तापमान का औसत 1.5°C बढ़ा है, जबकि दिन का तापमान स्थिर रहा। ये असंतुलन शहरी गर्मी द्वीप प्रभाव और नमी के घटने के कारण हो सकता है। ये एक संकेत है कि भारत का मौसम अधिक अनिश्चित हो रहा है।
क्या अगले साल भी ऐसा ही होगा?
IMD के लंबी अवधि के मॉडल के अनुसार, अगले 2-3 सालों में अक्टूबर के अंत में दिन-रात के तापमान अंतर बढ़ने की संभावना है। यह विशेष रूप से उत्तरी भारत के लिए लागू होगा, जहाँ जमीन का तापमान तेजी से गिर रहा है। लेकिन यह अभी भी एक प्रवृत्ति है — न कि एक निश्चित भविष्यवाणी।
क्या बिहार और उत्तर प्रदेश में भी यही तापमान अंतर है?
हाँ, बिहार और उत्तर प्रदेश में भी यही तापमान अंतर दर्ज किया गया है। पटना में रात का तापमान 17.5°C और दिन में 32.5°C रहा। लखनऊ में दिन में 33°C और रात में 18.1°C। ये सभी शहर इंडो-गंगा मैदान में हैं, जहाँ नमी कम होने के कारण रातों को ठंड तेज हो जाती है।
क्या कोई बर्फ या बर्फ की बूंदें गिरेंगी?
नहीं। Weather25.com और IMD दोनों ने स्पष्ट किया है कि अक्टूबर 2025 में भारत के किसी भी हिस्से में बर्फ या बर्फ की बूंदें गिरने की कोई संभावना नहीं है। यहाँ तक कि हिमालय के निचले इलाकों में भी बर्फ नहीं पड़ी। ये सिर्फ ठंड है — बर्फ नहीं।
टिप्पणि
kuldeep pandey अक्तूबर 30, 2025 AT 16:15
अक्टूबर में 33°C और फिर रात को 18°C? ये मौसम नहीं, ये एक ड्रामा है। कोई बताएगा कि ये अंतर किसके लिए है - मेरे लिए नहीं, मेरी एस्थमा वाली दादी के लिए है।