अमूल ने 22 सितंबर 2025 से अपने 700 से अधिक प्रोडक्ट्स की कीमतों में व्यापक कटौती की घोषणा की। यह निर्णय हाल ही में लागू हुए नई GST दरों के बाद उपभोक्ताओं को पूरी तरह से लाभ पहुंचाने की उनकी रणनीति को दिखाता है।
सबसे बड़ी राहत घी की कीमत में है – अब घी प्रति लीटर 40 रुपये सस्ता हो जाएगा। भारतीय रसोई में घी की अहमियत को देखते हुए यह बदलाव कई परिवारों के लिए बजट में बड़ा अंतर लाएगा।
घी के साथ-साथ बटर, यूएचटी मिल्क, पनीर, चीज़, आयस्क्रीम, चॉकलेट, बेकरी आइटम, फ्रोज़न डैरी, आलू स्नैक, कंडेंस्ड मिल्क, पीनट स्प्रेड और माल्ट ड्रिंक्स जैसे उत्पादों की कीमतों में भी कमी आई है। अक्सर इन वस्तुओं की कीमत में 2‑5% तक की गिरावट देखी जाएगी, जो बाजार में प्रतिस्पर्धात्मक माहौल को भी प्रभावित कर सकती है।
GCMMF ने कहा कि यह पूरी प्रोसेस GST कटौती के 100% लाभ को ग्राहक तक पहुँचाने के लिए है, और कंपनी ने कोई भी भाग नहीं रखा। उसके अनुसार, नई कीमतें सभी रिटेल चैनलों – सुपरमार्केट, स्थानीय किराना दूकानों और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म – में तुरंत लागू होंगी।
घी की कीमत में 40 रुपये की गिरावट से भरोसेमंद घरेलू बजट में लगभग 8‑10% बचत हो सकती है, विशेषकर उन क्षेत्रों में जहाँ घी को रोजमर्रा की रसोई का मुख्य घटक माना जाता है। छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों में यह असर और भी अधिक हो सकता है जहाँ प्रति किलो घी की कीमत पहले से ही उच्च रही है।
दूसरी ओर, डैरी उद्योग के प्रतिस्पर्धी, जैसे द्धी, सुप्रीम, और अन्य छोटे ब्रांड्स, को भी इस कदम के बाद अपने मूल्य निर्धारण पर पुनर्विचार करना पड़ सकता है। यदि वे समान स्तर की कीमत नहीं रख पाते, तो बाजार में अमूल के हिस्से में वृद्धि देखी जा सकती है।
उपभोक्ता संगठनों ने इस कदम की सराहना की है और इसे ‘ग्राहक‑केन्द्रित’ नीति का एक ठोस उदाहरण बताया है। हालांकि, कुछ विशेषज्ञ चेतावनी देते हैं कि अगर कीमतों में बार‑बार बदलाव होते रहें तो उपभोक्ताओं के भरोसे पर असर पड़ सकता है। अभी के लिए अमूल की इस पहल को सकारात्मक रूप में देखना उचित होगा।
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